अगर आप कंप्यूटर के जानकार हैं, सोशल मीडिया पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हैं तो आपके लिए अपनी आय में इजाफा करना मुश्किल नहीं है। इसके जरिए आमदनी कैसे कर सकते हैं, इस बारे में बता रही हैं सौदामिनी पांडेय
गर आपको कंप्यूटर के कुछ बेसिक सॉफ्टवेयर की जानकारी है और इंटरनेट चलाने की भी समझ रखते हैं, तो अपने ज्ञान में थोड़ा सा इजाफा करके आप बड़े लक्ष्य हासिल कर सकते हैं और बेहद कम समय में अपना स्वतंत्र काम शुरू कर सकते हैं या अपने शहर में ही अपने लिए उपयुक्त जॉब के मौके तलाश सकते हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों में कंप्यूटर के जानकार लोगों की काफी मांग है। कंप्यूटर को अपनी तरक्की की सीढ़ी बनाने के कुछ तरीकों के बारे में आइए जानते हैं -
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ग्रामीण इलाकों में और छोटे शहरों में पैन कार्ड, जाति प्रमाणपत्र, मैरिज सर्टिफिकेट आदि के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। अगर इन प्रमाणपत्रों के फॉर्म ऑनलाइन भरवाए जाएं तो प्रत्येक फॉर्म पर 50-100 रुपये चार्ज कर सकते हैं। इसके अलावा परीक्षाओं के नतीजे ऑनलाइन जानने के लिए प्रति व्यक्ति 10-20 रुपये चार्ज कर सकते हैं। आजकल ज्यादातर सरकारी और गैर सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन ऑनलाइन मांगे जाते हैं।
ऐसे में संबंधित जॉब की जानकारी का बैनर अपनी दुकान पर लगा सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन के लिए प्रति व्यक्ति 50-100 रुपये चार्ज कर अच्छी कमाई कर सकते हैं। छोटे शहरों में परिजनों को पैसे भेजने में भी समस्या होती है। इसके लिए ऑनलाइन बैंकिंग से पैसे ट्रांसफर करने का काम कर सकते हैं और राशि के आधार पर एक निश्चित फीस वसूल सकते हैं। इस तरह अगर सुबह से शाम तक आपके पास लोग इस तरह के काम लेकर आते हैं तो आप आसानी से रोजाना 800-1000 रुपये तक कमा सकते हैं।
इसके साथ ही आप पैनकार्ड बनवाने का भी काम कर सकते हैं। इसके लिए ऑनलाइन 49 फॉर्म भरा जाता है, जिसमें व्यक्ति से संबंधित सभी सूचनाएं भरी जा सकती हैं। यूटीआई बैंक, एक्सिस बैंक, इन टाइम आदि के पास 105 रुपये की फीस जमा करने पर सात दिन में पैन कार्ड बनकर तैयार हो जाते हैं। प्रति पैन कार्ड आप 100-200 रुपये तक चार्ज कर सकते हैं।
डिजाइन स्टूडियो
अगर आप मल्टीमीडिया, एनिमेशन, एडोब, फोटोशॉप और पिकासा सॉफ्टवेयर पर काम सीख लेते हैं तो प्रिंट मीडिया के लिए बैनर डिजाइन कर सकते हैं। पिकासा जैसे सॉफ्टवेयर पर काम करने से एडिटिंग, फोटो का कोलाज बनाना आसान हो जाता है। नए स्कूल या शोरूम आदि के प्रचार के लिए अखबारों में दिए जाने वाले पोस्टर डिजाइन कर सकते हैं। छोटे शहरों में फिल्में दिखाए जाने के दौरान सिनेमाघरों में पोस्टर और स्टिल फोटो से बने वीडियो भी काफी प्रभावी हो जाते हैं।
प्रचार सामग्री बनाने का काम आपके पास बहुतायत में आने लगता है तो आप आसानी से 25,000- 30,000 रुपये तक कमा सकते हैं। स्कूलों में आजकल तरह-तरह के प्रोजेक्ट बनाने का काम दिया जाता है, जो आप इन्हीं योग्यताओं के बल पर कर सकते हैं। जानवरों, वनस्पतियों, मैथ्स, समसामयिक विषयों पर आधारित विषयों पर आप प्रति प्रोजेक्ट्स के हिसाब से चार्ज ले सकते हैं। ज्यादा तकनीकी काम के लिए आप 50-100 रुपये तक चार्ज कर सकते हैं। मल्टीमीडिया, एनिमेशन, फोटोशॉप, पिकासा की जानकारी टैटू मेकिंग में भी काम आ सकती है।
अकाउंटिंग बड़े काम की
अगर आपने प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सी, डेटाबेस, अकाउंटिंग और टेली जैसे सॉफ्टवेयर पर काम सीखा हुआ है तो छोटे स्टोर के बही-खाते कंप्यूटर पर संचालित कर सकते हैं और इसका प्रशिक्षण भी दे सकते हैं। छोटी-बड़ी फर्म, रीटेल, बैंक, शो रूम, गैर बैंकिंग वित्तीय संगठन में कंप्यूटर अकाउंटेंट की जॉब मिल जाती है। इसमें अनुभव के आधार पर शुरुआत में 15 से 25 हजार और बाद में 30 से 40 हजार रुपये तक मासिक कमा सकते हैं।
इसी योग्यता के साथ आप कामकाजी लोगों के फॉर्म 16बी के आधार पर ऑनलाइन रिटर्न फाइल करने का भी काम कर सकते हैं। इसके लिए आप प्रति व्यक्ति 300 रुपये तक वसूल सकते हैं। अतिरिक्त आमदनी के लिए आप पासपोर्ट और वोटर -आईडी के ऑनलाइन आवेदन करने का काम कर सकते हैं और प्रति व्यक्ति 50-100 रुपये तक वसूल सकते हैं। इसके लिए आप आईसीए से कोर्स कर सकते हैं।
(सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर रवि शंकर पांडेय से बातचीत पर आधारित) बनाएं रेज्यूमे
जॉब के लिए आवेदन करने पर रिज्यूमे तो आवश्यक होता ही है, लेकिन कुछ विशेष तरह की जॉब्स के लिए आजकल विजुअल रेज्यूमे (वीडियोनुमा रेज्यूमे) भी मंगाए जाते हैं। अगर विजुअल रेज्यूमे बनाना सीख लेते हैं तो उसके लिए अतिरिक्त चार्ज वसूल सकते हैं। डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लिकेशन (डीसीए) के तहत इमेज प्रोसेसिंग और एमएस ऑफिस की जानकारी से सामान्य रेज्यूमे बना सकते हैं। विजुअल रेज्यूमे के लिए मूवीमेकर और वीसीडी कटर पर काम सीख लें। इसके अलावा इंग्लिश-हिंदी टाइपिंग से जुड़ा काम ले सकते हैं और प्रति पेज के हिसाब से चार्ज कर सकते हैं। हाथ से लिखे मैटर की टाइपिंग से भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इन कामों में आप 20,000 रुपये तक कमा सकते हैं।
साइबर कैफे
साइबर कैफे खोल कर कई तरह से कमाई कर सकते हैं। इंटरनेट सर्फिंग, ऑनलाइन टीवी-मोबाइल रीचार्ज,
बिजली बिल भरने के जरिए आप प्रति व्यक्ति शुल्क वसूल सकते हैं। स्कैनिंग प्रिटिंग के लिए चार्ज कर सकते हैं। डीसीए का प्रशिक्षण लेने वाले साइबर कैफे खोलने के बारे में भी सोच सकते हैं। इसे शुरू करने में भी लागत ज्यादा आती है। साइबर कैफे चलाने के लिए तकनीकी समस्याओं से निपटना भी आना चाहिए। साथ ही क्विकहील, मैकएफी, फायरवॉल जैसे एंटी वायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल और अपडेट करने की जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि साइबर कैफे में आने वाले लोग कई ऐसी वेबसाइट्स भी खोलते हैं, जिससे सिस्टम में वायरस आ सकते हैं।
फ्रीर्लांंसग करें तो 6 बातों पर दें ध्यान
अगर आप जॉब के साथ-साथ फ्रीलांसिंग करने का मन बनाते हैं तो ऑफिस और फ्रीलांस काम में संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। इस दौरान ध्यान रखें ये 6 महत्वपूर्ण बातें:
महत्वपूर्ण लोगों को भरोसे में लें : काम के साथ फ्रीलांसिंग करने के लिए अपनी कंपनी के एचआर से स्वीकृति ले सकते हैं, साथ ही महत्वपूर्ण लोगों को भी इस बारे में अवगत कराएं, ताकि कोई और इस बारे में गलत तरीके से बात न फैलाए।
फ्रीलांसिंग का समय निर्धारित हो : फ्रीलांसिंग के लिए एक निश्चित समय तय कर लें ताकि आपका ऑफिस का काम प्रभावित न हो। फ्रीलांस काम मैसेज या मेल पर मंगाएं और ऑफिस में इस काम से जुड़े फोन कॉल के लिए भी सख्त मनाही रखें।
ऑफिस के समय में फ्रीलांस न करें: जब ऑफिस का टाइम हो तो अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने पर ध्यान दें। फ्रीलांस काम ऑफिस के समय के बाद करें।
समय प्रबंधन: ऑफिस और फ्रीलांस काम में वरीयता का ध्यान रखें। अगर फ्रीलांस काम की वरीयता है तो उसे उसी दिन खत्म करने का प्रयास करें। फुर्सत के समय में फ्रीलांसिंग कर सकते हैं।
क्षमता के अनुसार लें फ्रीलांस काम : जितना संभव हो पाए, उतना ही फ्रीलांस काम लें।
रहें सतर्क : अगर अपनी कंपनी का फ्रीलांस काम लेते हैं तो अत्यधिक सतर्क रहें। अपने नियमित काम के बाद बचे हुए समय में वह काम करें। जिस काम के लिए वायदा करें, उसे पूरा भी करें। कंपनी में फ्रीलांसिंग करने पर फीडबैक लेना आसान है।