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Wednesday, 19 December 2018

स्टीव जॉब्स के जीवन परिचय

कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल जगत में स्टीव जॉब्स एक ऐसा नाम जिसने सफलता की हर बुलन्दियो को छुआ अगर स्टीव जॉब्स के खोजो के कारण इन्हें आविष्कारक कहा जाय तो ये गलत नही होगा पढाई के दौरान दोस्त के कमरे पर फर्श पर सोकर जीवन की शुरुआत करने वाले स्टीव जॉब्स का जीवन काफी संघर्षमय रहा तो आईये जानते है
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स्टीव जॉब्स के बारे में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण तथ्य ( Steve Jobs Biography) जो उन्हें सफलता के क्षेत्र में एक अलग ही मुकाम हासिल हुआ

स्टीव जॉब्स की जीवनी हिन्दी में

Steve Jobs Biography in Hindi

  1. स्टीव जॉब्स का पूरा नाम स्टीवन पॉल जॉब | Steven Paul Jobs है जिनको पूरी दुनिया एप्पल इंक (Apple Inc.) के सीईओ (CEO) के रूप में सबसे ज्यादा जानती है
  2. स्टीव जॉब्स का जन्म 24 फरवरी 1955 को कैलीफोर्निया के सैनफ्रांसिस्को में हुआ था इनके पिता पॉल रेन्होंल्ड जॉब्स और माता का नाम क्लारा जॉब्स था.
  3. स्टीव जॉब्स की पढाई के लिए इतने पैसे नही थे उन्होंने गर्मियों की छुट्टियों में काम किया करते थे जिसके उनकी आर्थिक स्थिति किसी तरह चल पाती थी
  4. पोर्टलैंड में ग्रेजुएशन के पढाई के दौरान तो उनकी आर्थिक स्थिति इतनी ख़राब थी की उनको खाने के लिए पैसे नही होते थे वे कोक और प्लास्टिक की बोतल को बेचकर किसी तरह खाने का गुजारा करते थे और पढाई के दौरान अपने कॉलेज के कृष्ण मंदिर से मिलने वाले भोजन और प्रसाद से भी गुजारा करते थे और पढाई के दौरान अपने दोस्त के रूम में जमीन पर ही सोते थे
  5. स्टीव जॉब्स ने 1974 में आध्यात्मिक ज्ञान के लिए भारत | India की यात्रा की. इस दौरान उनकी मुलाकात हैड़खन बाबाजी से मुलाकात हुआ जिसके चलते उन्होंने भारत में सात महीने बिताये और फिर बौद्ध धर्म से प्रभावित होकर स्टीव जॉब्स ने बौद्धधर्म को अपना लिया .
  6. भारत से लौटने के के बाद अमेरिका में उन्होंने अपने सारी जीवनशैली को बदल लिया वे पारम्परिक बौद्धधर्म के अनुयायी बन गये
  7. स्टीव जॉब्स के पिता पॉल जो की बढई का काम करते थे स्टीव जॉब्स को इलेक्ट्रानिक्स की प्रारम्भिक ज्ञान और हथौड़ा कैसे चलाते है ये सब ज्ञान उनके पिता से ही उनको प्राप्त हुआ था
  8. सन 1976 में स्टीव वोजनियाक ने मेकिनटोश एप्पल 1 कंप्यूटर का निर्माण किया जब इसको वोजनियाक के इस आविष्कार को स्टीव जॉब्स ने देखा तो इसे बेचने का मन बनाया जिसके लिए दोनों ने मिलकर एप्पल कंप्यूटर का निर्माण करने लगे और अपनी कम्पनी का नाम एप्पल कंप्यूटर कंपनी रखा
  9. एप्पल कंप्यूटर की की गुणवत्ता के कारण के पर्सनल कंप्यूटर बनाने के रूप में एप्पल कंपनी सन 1976 में सबसे बड़ी कम्पनी बन चुकी थी जो की स्टीव जॉब्स और स्टीव वोनियाक के मेहनतो का ही परिणाम था
  10. सन 1978 में माइक स्काट को एप्पल कम्पनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया जिसके बाद सन 1985 में स्टीव जॉब्स और स्टीव वोनियाक ने एप्पल इंक से इस्तीफा से दिया
  11. एप्पल से इस्तीफा के बाद स्टीव जॉब्स ने नेक्स्ट इंक की स्थापना की जिसका मुख्य उद्देश्य सॉफ्टवेर प्रणाली को सबसे विकसित बनाना था जो आगे चलाकर नेक्स्ट इंक को अपने अपने तकनीकी ताकत के रूप में जाना जाता था
  12. सन 1996 में एप्पल की हालत बिगड़ जाने के स्टीव जॉब्स ने नेक्स्ट कंप्यूटर को एप्पल को भेज दिया जिसके बाद एक बार फिर से उनकी एप्पल में उनकी वापसी हुई जो बाद में सन 1997 में एप्पल के सीईओ बन गये
  13. इसके बाद स्टीव जॉब्स ने कंप्यूटर के बाद आईपैड और मोबाइल फोन का भी निर्माण किया जो एप्पल आईपैड | Apple Ipad और एप्पल मोबाइल फोन | Apple Mobile Phone दोनों सबसे ज्यादा सफल रहे जो आज के समय में एप्पल की गुणवत्ता के कारण ही सबको एप्पल के मोबाइल की चाहत सबसे ज्यादा रहती है
  14. सन 2011 में स्टीव जॉब्स ने एप्पल ग्रुप से इस्तीफा दे दिया फिर भी वे एप्पल ग्रुप बोर्ड के अध्यक्ष बने रहे
  15. स्टीव जॉब्स की अति व्यस्तता के कारण ही अपने अपने गंभीर बीमारी कैंसर का इलाज सही ढंग से नहीं करा पाए जिसके चलते कैलीफोर्निया में स्टीव जॉब्स की मृत्यु 5 अक्टूबर 2011 को हो गयी इनकी पूरी जिन्दगी मात्र 56 वर्ष की आयु थी इनकी निधन के शोक पर माइक्रोसॉफ्ट और डिज्नी जैसी बड़ी कंपनियों ने शोकदिवस मनाया और पूरे अमेरिका और उद्योग जगत में इनके निधन का शोक मनाया गया
  16. स्टीव जॉब्स एप्पल कम्पनी के अलावा जॉब्स पिक्चर एनीमेशन स्टूडियोज, दी वाल्ट डिज्नी, नेक्स्ट इंक, पिक्सार में भी बतौर सीईओ और निदेशक के रूप में कार्य किया
  17. स्टीव जॉब्स अपने निधन के पश्चात अपनी पत्नी लारेल और तीन बेटिया और बेटे रीड को इस दुनिया में अकेले छोड़ गये
  18. स्टीव जॉब्स की मेहनत का ही परिणाम था की जो उन्हें उद्योग जगत का सबसे शक्तिशाली पुरुष के रूप में जाना जाता है
  19. स्टीव जॉब्स को पूरी दुनिया सिर्फ इन्हें आविष्कारक और बिजनसमैन के साथ साथ इन्हें प्रेरक और कुशल वक्ता के रूप में भी जाना जाता है
  20. स्टीव जॉब्स Think Different में विश्वास करते थे यानी स्टीव जॉब्स का मानना था की यदि हमे सफलता पाना है खुद की सोच के साथ खुद अकेले आगे बढना होगा यानी आपकी सोच पर आपकी सफलता निर्भर करती है
  21. Stay Hungry Stay Foolish स्टीव जॉब्स का मूलमंत्र था यानी आपकी आगे बढने की भूख कभी शांत न हो और जिसको पूरे करने के लिए आपको मुर्ख भी बनना पड़े तो भी अपनी भूख कभी शांत मत होने देना तभी आप अपने जीवन में आगे जा सकते है
  22. सन 1995 में आयी फिल्म Toy Story में स्टीव जॉब्स ने बतौर कार्यकारी निर्माता का भी काम किया था
  23. स्टीव जॉब्स का मानना था की हमेशा अपने दिल की सुनो और और जो आप सपने देखते हो उसे अपने पूरे दिल से पूरा करने की कोशिश करो तो आपको सफलता की उचाई को जरुर छू सकते है स्टीव जॉब्स के ऐसे महान विचार आम इन्सान को महान बना सकता है
  24. स्टीव जॉब्स की कुछ अलग करने की चाहत ही उन्हें सफलता के उस मुकाम पर पंहुचा दिया उनका मानना था की अगर आप नही कर सकते हो तो उसे मना करना भी सीखो फिर उसे अपने तरीके से करो तो निश्चित ही आप को जो तरीका हो उसमे आप पूरी तरह समर्पित होंगे तो सफलता मिलनी निश्चित है
  25. हारकर भी जो जीतकर दिखा दे उसी को बाजीगर कहते है ऐसा कारनामा स्टीव जॉब्स ने अपनी पूरी जिन्दगी में कई बार दिखाया चाहे एप्पल से पहली बार इस्तीफा देना हो या डूबता हुए एप्पल कम्पनी को फिर से मार्किट में लाने का श्रेय हो हर बार स्टीव जॉब्स ही सबसे आगे आये जिसके कारण स्टीव जॉब्स को उद्योग जगत का बिजनेस टाईकून भी कहा जाता है
स्टीव जॉब्स की सफलता को देखकर बड़े से बड़े सफल उधमी भी आश्चर्यचकित हो जाते है क्यूकी इनके कार्य करने की शैली ही इन्हें अन्य लोगो से अलग से बनाती है स्टीव जॉब्स हमेशा बनाये हुए रास्ते यानि लीक से हटकर काम करना जानते थे
तो यदि आम इन्सान भी स्टीव जॉब्स के जीवन शैली और कार्य करने की क्षमता से प्रेरणा ले तो निश्चित ही सफलता के रास्ते पर चल सकता है

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